भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इन दिनों स्पेस में फंसी हुई हैं। कल यानी 19 सितंबर को वह अपना 59वां जन्मदिन धरती से 400 किलोमीटर ऊपर स्पेस में ही मनाएंगी। जन्मदिन से पहले सुनीता विलियम्स को भारत से एक खास तोहफा मिला है। यह तोहफा मशहूर म्यूजिक कंपनी सारेगामा ने दिया है। तोहफे में महान गायक मोहम्मद रफी के प्रसिद्ध जन्मदिन गीत ‘बार बार दिन ये आए’ की प्रस्तुति दी गई है। सुनीता विलियम्स के 59वें जन्मदिन को मनाने के लिए सारेगामा ने संगीतकारों, गायकों और सेलिब्रिटीज का एक समूह बनाकर उन्हें शुभकामनाएं भेजी हैं।
सारेगामा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “आओ इंडिया, #HappyBirthdaySunita के साथ सुनीता विलियम्स को जन्मदिन की बधाई दें और उन्हें हमारी सामूहिक शुभकामनाएं अंतरिक्ष में भेजें। अपने वीडियो पोस्ट करें और @saregama_official को टैग करें।”
इस वीडियो में सबसे पहले फिल्म निर्देशक करण जौहर सुनीता विलियम्स को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद, प्रसिद्ध गायक सोनू निगम, शान, हरिहरन और नीति मोहन मोहम्मद रफी के गीत ‘बार बार दिन ये आए’ गाकर उन्हें बधाई देते हैं। पोस्ट में लोगों से आग्रह किया गया है कि वे भी अपने वीडियो बनाकर #HappyBirthdaySunita के साथ शेयर करें।
सारेगामा ने एक अन्य पोस्ट में दिग्गज अभिनेता जितेंद्र कपूर को भी दिखाया है, जो इस गाने के म्यूजिक वीडियो में नजर आए थे। वह इस गाने के साथ खुद अपने अंदाज में सुनीता को जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। पोस्ट में लिखा है, “फिल्म ‘फर्ज’ के असली स्टार, जितेंद्र अपने खास अंदाज में शुभकामनाएं देते हुए।” एक अन्य वीडियो में संगीत जगत के दिग्गज जैसे शंकर महादेवन, अनूप जलोटा, सलीम मर्चेंट, इला अरुण, हरिचरण शेषाद्रि और श्रद्धा पंडित भी अपने अंदाज में ‘बार बार दिन ये आए’ गाते हुए सुनीता विलियम्स को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं।
सुनीता विलियम्स इस समय अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में हैं। वह कल अपना 59वां जन्मदिन मनाएंगी। वह बैरी विलमोर के साथ जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के पहले क्रू फ्लाइट टेस्ट (CFT) मिशन के तहत ISS पहुंची थीं। स्टारलाइनर कैप्सूल के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों के साथ बोइंग की पहली अंतरिक्ष उड़ान थी। छह जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने से पहले इसमें थ्रस्टर संबंधी दिक्कतें पैदा हो गईं और हीलियम लीकेज का सामना करना पड़ा। इसके चलते अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के ये दोनों पायलट अब अगले साल तक आईएसएस पर ही रहेंगे।