एक दिन गोल्ड आएगा…तीसरा मेडल नहीं जीतने के बावजूद मनु भाकर क्यों हैं खुश? शूटर के जज्बे को लोगों ने किया सलाम

एक दिन गोल्ड आएगा…तीसरा मेडल नहीं जीतने के बावजूद मनु भाकर क्यों हैं खुश? शूटर के जज्बे को लोगों ने किया सलाम


भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक 2024 में अभियान समाप्त हो गया है। उन्होंने पेरिस में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा लेकिन अभियान का अंत यादगार नहीं रहा। वह शनिवार को 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में ब्रॉन्ज जीतने से चूक गईं। मेडल की हैट्रिक नहीं लगाने के बावजूद मनु खुश हैं। उन्होंने एक दिल छू वाली पोस्ट शेयर की है। 22 वर्षीय शूटर के जज्बे को लोग सलाम कर रहे हैं।

मनु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मुझे जो सपोर्ट और शुभकामनाएं मिल रही हैं, उससे बेहद अभिभूत हूं। दो ब्रॉन्ज मेडल जीतना एक सपना सच होने जैसा है। यह उपलब्धि सिर्फ मेरी नहीं है बल्कि उन सभी की है जिन्होंने मुझपर विश्वास किया और मेरा सपोर्ट किया। मैं अपने परिवार, कोच जसपाल राणा सर और NRAI, TOPS, SAI, OGQ, परफ़ॉर्मैक्स और खासतौर पर हरियाणा सरकार सहित मेरे साथ खड़े सभी लोगों के अटूट समर्थन के बिना ऐसा नहीं कर पाती।”

स्टार शूटर ने आगे कहा, ”मेरे सभी शुभचिंतकों के साथ, अपने देश के लिए सबसे बड़े मंच पर प्रतिस्पर्धा करना और प्रदर्शन करना मेरे लिए बहुत गर्व और खुशी का पल है। इस अविश्वसनीय यात्रा का हिस्सा बनने और हर कदम पर मेरे साथ खड़े रहने के लिए आप सभी का शुक्रिया। आपका प्रोत्साहन मेरे लिए बहुत मायने रखता है। पेरिस ओलंपिक में मेरे अभियान का एक कड़वा अंत हुआ। हालांकि, मैं टीम इंडिया की सफलता में योगदान देकर खुश हूं। जय हिंद।”

मनु की पोस्ट पर जमकर प्रशंसकों की प्रतिक्रिया आ रही हैं। एक यूजर ने कमेंट किया, ”बेहतरीन परफॉर्मेंस चैंपियन। आपकी शूटिंग गन पर पूरा भारत डांस कर रहा है। शानदार, जानदार, जबर्दस्त।” एक ने कहा, ” ओलंपिक में आपकी अविश्वसनीय उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई! दो पदक जीतना आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और असाधारण प्रतिभा का प्रमाण है। आपकी सफलता ने हम सभी को गौरवान्वित किया है।” अन्य ने लिखा, ”आप एक दिन गोल्ड जीतोगी। सबको यकीन है।”

गौरतलब है कि मनु ने पेरिस में भारत का मेडल का खाता खोला। उन्होंने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य जीता। वहीं, मनु ने मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर कांस्य जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल की। मनु आजादी के बाद एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय हैं।