कोलकाता में आज शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए विरोध मार्च नबन्नो अभिजन के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नबन्नो पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है जहां से राज्य सरकार काम करती है। इसमें मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष मंत्रियों और अधिकारियों के कार्यालय हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करने के लिए एक अपंजीकृत संगठन ने छात्र संगठन होने का दावा करते हुए राज्य सचिवालय तक विरोध मार्च की घोषणा की है।
वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें इस विरोध मार्च में साजिश की बू आ रही है। पुलिस ने कहा है कि नागरिकों के गुस्से का दुरुपयोग करके पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाने की साजिश की जा रही है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि उनके पास सूचना है कि “नबन्ना अभिजन” का आयोजन करने वाले व्यक्तियों में से एक ने एक प्रमुख शख्स ने फाइव स्टार होटल में एक राजनीतिक पार्टी के नेता से मुलाकात की है। पुलिस का यह भी दावा है कि उनके पास खुफिया जानकारी है कि इस मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए उकसा कर बड़े पैमाने पर अराजकता पैदा करने की साजिश की जा रही है।
6,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को किया जाएगा तैनात
NDTV ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा और बैरिकेडिंग के लिए 19 जगहों की पहचान की गई है। लगभग 26 पुलिस उपायुक्त अलग अलग इलाके में तैनात किए जाएंगे। हेस्टिंग्स, फर्लांग गेट, स्ट्रैंड रोड और हावड़ा जैसे जगहों पर भारी मात्रा में तैनाती की जायेगी और सुबह 8 बजे बैरिकेडिंग शुरू हो जाएगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने “नबन्ना अभिजन” के आयोजन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। बीजेपी ने दावा किया है कि दबाव में आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस का सहारा लिया है।
UGC Net परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए के लिए विशेष व्यवस्था
इस दौरान पुलिस ने कहा है कि उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए उनके परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए विशेष व्यवस्था की है। पुलिस ने कहा कि यह चिंता करने वाली बात है कि एक संगठन जो छात्र संगठन होने का दावा करता है उस दिन दखल देने की योजना बना रहा है जिस दिन शहर के केंद्रों पर हजारों छात्र परीक्षा देने वाले हैं।