विशाल मेगा मार्ट का आईपीओ भारत के खुदरा क्षेत्र में एक अहम कदम है और निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। कंपनी का ब्रांड भारत में पहले से ही मजबूती से स्थापित है और इस आईपीओ के जरिए वह और अधिक विस्तार करने की योजना बना रही है।
भारत में प्रमुख खुदरा ब्रांडों में से एक विशाल मेगा मार्ट (Shal Mega Mart) ने अपने 8,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए योजना बनाई है, जो 11 दिसंबर 2024 से खुलने जा रहा है। यह आईपीओ 13 दिसंबर तक निवेशकों के लिए उपलब्ध रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए बोली 10 दिसंबर को एक दिन के लिए खुली रहेगी।
विशाल मेगा मार्ट का आईपीओ एक ऑफर फॉर सेल (OFS) है, यानी इसमें कंपनी के नए शेयर जारी नहीं किए जा रहे हैं। इस आईपीओ के जरिए समायत सर्विसेज एलएलपी अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचेगी। वर्तमान में समायत सर्विसेज एलएलपी के पास विशाल मेगा मार्ट में 96.55 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह पूरी प्रक्रिया OFS की है। कंपनी को इस आईपीओ से कोई धनराशि नहीं मिलेगी। इसका लाभ विक्रेता शेयरधारकों को मिलेगा।
आईपीओ से पहले की प्रक्रिया
विशाल मेगा मार्ट ने अक्टूबर में अपने अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) को दाखिल किया था, जिसे सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने मंजूरी दी थी। इससे पहले जुलाई में कंपनी ने गोपनीय प्री-फाइलिंग प्रक्रिया से भी प्रस्ताव दस्तावेज सबमिट किए थे। इस गोपनीय प्रक्रिया में सेबी कंपनी के दस्तावेजों की समीक्षा करता है, जिसके बाद सुधार करने के लिए कहता है। फिर सार्वजनिक रूप से दस्तावेज को जारी किया जाता है।
विशाल मेगा मार्ट के बारे में जानें…
विशाल मेगा मार्ट भारत के प्रमुख सुपरमार्केट ब्रांडों में से एक है। इसका टारगेट मध्यम वर्गीय और निम्न मध्यम वर्गीय आय वर्ग के उपभोक्ता हैं। इसके उत्पादों में इन-हाउस और थर्ड-पार्टी ब्रांड्स शामिल हैं।
कंपनी का मुख्य फोकस परिधान, सामान्य व्यापारिक वस्तुएं और फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) पर है। 30 जून 2024 तक विशाल मेगा मार्ट के पूरे भारत में 626 स्टोर हैं। यह एक मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग की भी सुविधा प्रदान करता है।
भारत के खुदरा बाजार की संभावना
भारत का खुदरा बाजार 2023 में 68-72 ट्रिलियन रुपये का था। इसे 2028 तक 9% की सीएजीआर से बढ़कर 104-112 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
आईपीओ में प्रमुख निवेशक
आईपीओ के लिए प्रमुख प्रबंधक कंपनियों में कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज, जेफरीज इंडिया, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन इंडिया और मॉर्गन स्टेनली इंडिया शामिल हैं।