फ्लैट में चींटियों का आतंक, यूके में भारतीय मूल के सांसद की बढ़ीं मुश्किलें; उठे सवाल

फ्लैट में चींटियों का आतंक, यूके में भारतीय मूल के सांसद की बढ़ीं मुश्किलें; उठे सवाल


यूके में भारतीय मूल के नवनिर्वाचित सांसद जस अठवाल विवाद में घिर गए हैं। किराए पर दिए गए उनके कई मकानों की हालत बेहद बदतर है। जानकारी के मुताबिक अठवाल ऐसे सांसद हैं जिनके पास सबसे ज्यादा संपत्ति है। उनके पास 15 ऐसी प्रॉपर्टी हैं जो कि किराए पर हैं। इलफोर्ड साउथ में उनके सात फ्लैट पर हैं जो कि किराए पर दिए गए हैं। यहां किराएदारों की शिकायत है कि छत से लगातार जहरीला पाउडर गिरता रहता है। ऐसे में उन्हें सीलिंग की लगातार सफाई करनी पड़ती है।

फ्लैट में चीटियों ने लोगों का रहना मुहाल कर दिया है। एक किराएदार ने कहा कि उनके छोटे बच्चे जब सोते हैं तो चीटियां ऊपर रेंगने लगती हं। वहीं अन्य किराएदारों का कहना है कि फ्लैट की हालत इतनी खराब है कि उन्हें जल्द ही इसे खाली करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, यहां चारों तरफ चीटियां ही चीटियां हैं।

इस मामले को लेकर अठवाल ने चिंता जताई है और जल्द ही इसका समाधान करने का आश्वासन दिया है।लंदन असेंबली के एक कंजरवेटिव सदस्य ऐंड्रयू बोफ ने लेबर पार्टी से मामले की जांच करवाने को कहा है। उन्होने कहा कि लेबर पार्टी ने 2024 के चुनाव में रेंटल मार्केट में सुधार करने का वादा किया था। वहीं पार्टी के ही सांसद इस मामले में बड़ी गड़बड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इसको लेकर मुझे बहुत चिंता है।

उन्होंने कहा, मुझे चिंता है कि जो लोग अटवाल के किराएदार हैं, वे डरे हुए हैं और उन्हें बेघर होने का डर सता रहा है। ऐसी बातें अकसर सामने आती हैं कि अपने मकानों की देखरेख और मेंटिनेंस ना करवाने की वजह से किराएदारों को बेघर होना पड़ता है।

बता दें कि यूके की संसद में इस बार 29 भारतीय हैं। इसमें 9 सदस्य ऐसे हैं जो कि पहली बार सांसद बने हैं। इसमें सिख समुदाय के सभी सदस्य लेबर पार्टी से ही हैं और इसमें ही अटवाल भी शामिल हैं। इसमें प्रीत कौर गिल, तनमजीत सिंह ढेसी, सीमा मल्होत्रा, वैलेरी वाज, लिसा नंदी, नवेंदु मिश्रा और नादिय व्लिटमोन शामिल हैं। इसके अलावा बग्गीशंकर, गुरिंदर सिंह जोसन, हरप्रीत उप्पल, जस अठवाल, जीवुन संधेर, कनिष्क नारायण, करिीथ एंटविसल, सतवीर कौर, वरिंदर जूस, सोजन जोसेह, सोनिया कुमार ऐसे सांसद हैं जो कि पहली बार चुने गए हैं।