ब्रिटेन में शरणार्थियों के खिलाफ भड़का दंगा, आपस में भिड़े प्रदर्शनकारियों के दो गुट, पीएम बोले- दक्षिणपंथी गुंडागर्दी

ब्रिटेन में शरणार्थियों के खिलाफ भड़का दंगा, आपस में भिड़े प्रदर्शनकारियों के दो गुट, पीएम बोले- दक्षिणपंथी गुंडागर्दी


एक चाकू बाजी की घटना के चलते शुरू हुआ प्रदर्शन बिट्रेन के कई शहरों में 13 सालों के सबसे भयानक दंगों की शक्ल ले चुका है। पिछले कई दिनों से ब्रिटेन में यह खबर फैली हुई थी एक शरणार्थी ने डांस क्लास में तीन लड़कियों की चाकू मार कर हत्या कर दी है। ब्रिटेन के कुछ शरणार्थी विरोधी गुटों ने इसको लेकर अफवाह फैलाई कि हमला करने वाला शख्स कट्टर मुस्लिम था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हमला करने वाला शख्स ब्रिटेन में ही पैदा हुआ था और मीडिया में चल रही रिपोर्टों ने उस शख्स के परिवार को ईसाई धर्म से संबंधित बताया। लेकिन अफवाह पूरे ब्रिटेन में फैल चुकी थी, जिसके बाद से ही लगातार धुर दक्षिणपंथी लोगों के द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। ब्रिटेन के कई प्रमुख शहरों जैसे लिवरपूल, मैनचेस्टर और लीड्स में यह प्रदर्शन बहुत ही उग्र रूप में अभी भी जारी है। 

लिवरपूल से शुरू हुआ विरोधी गुटों के बीच संघर्ष

लिवरपूल में प्रदर्शन कर रहे लोगों का सामना एक शरणार्थी समूह से हो गया, जिसके बाद प्रदर्शन ने दंगों का रूप ले लिया। इस घटना में दोनों ही गुटों के लोगों के हाथों में जो भी आया उसने उसी से दूसरे गुट के लोगों के ऊपर हमला करना शुरू कर दिया, बीच बचाव करने आई पुलिस के ऊपर भी लोगों ने ईंटों, कांच की बोतलों, पत्थरों और पटाखों  से हमला किया, जिससे कई पुलिस वालों को भी चोटें आई। दंगाईयों की भीड़ ने इसके बाद  एक लाइब्रेरी को आग के हवाले कर दिया।

हाल ही में प्रधानमंत्री बने कीर स्टार्मर के लिए यह हिंसक घटनाएं एक बहुत बड़ी चुनौती बनकर उभरी हैं। देश भर में हो रहे इन हिंसक दंगों के कारण पूरा पुलिस प्रशासन इसी को संभालने में लगा हुआ है।

शरणार्थियों का कैंप समझ एक होटल में घुस गए प्रदर्शनकारी

उत्तरी इंग्लैण्ड के रॉदरहैम कस्बे में पुलिस हिंसक भीड़ को काबू करने में सक्षम नहीं हो पाई। दंगाईयों की भीड़ एक होटल में यह समझ कर घुस गई कि उसमें शरणार्थी रूके हुए हैं। स्काई न्यूज की तरफ से जारी एक वीडियो फुटेज में दिखाई दे रहा है कि पुलिस प्रदर्शनकारियों को होटल में घुसने के लिए बैरिकेड का इस्तेमाल कर रही है। इसके साथ ही होटल की कई खिडकियों को भी तोड़ने का प्रयास किया जा रहा था। प्रदर्शनकारियों ने होटल में आग लगाने के मकसद से होटल के अंदर पटाखे भी फेंके।

पीएम कीर स्टार्मर बोले- दक्षिणपंथ की गुंडा गर्दी

ब्रिटेन के कई शहरों में हिंसा भड़कने के बीच प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने शरणार्थियों के लिए बने होटल पर हमले की निंदा करते हुए इसे ”दक्षिणपंथी गुंडागर्दी” करार दिया। प्रधानमंत्री ने रविवार दोपहर ’10 डाउनिंग स्ट्रीट’ से दिए गए एक बयान में देश के विभिन्न हिस्सों में जारी अशांति के बीच राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ”हम इन गुंडों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए जो भी करना होगा, करेंगे।”

इससे पहले शनिवार को स्टॉर्मर द्वारा बुलाई गई मंत्रियों की एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा, “हमने जो अव्यवस्था देखी है, उन्हें ठीक करने के लिए प्रधानमंत्री ने कहा है कि पुलिस को हमारी ओर से पूरा समर्थन है ताकि वे हमारी सड़कों पर चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकें। ये चरमपंथी पुलिस अधिकारियों पर हमले कर रहे हैं, स्थानीय व्यवसायों को बाधित कर रहे हैं और समुदायों को डराकर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।” बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने यह कहते हुए अपना भाषण समाप्त किया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और हमने जो हिंसक अव्यवस्था देखी है, वे दो बहुत अलग चीजें हैं।” उन्होंने कहा, ”किसी भी तरह की हिंसा के लिए कोई बहाना नहीं हो सकता। उन्होंने दोहराया कि सरकार हमारी सड़कों को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पुलिस का पूरा समर्थन करती है।”

हिंसा की वीडियो देख मस्क बोले- अब गृहयुद्ध टालना मुश्किल

ब्रिटेन के कई शहरों में जारी हिंसा के बीच कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भी  इस हिंसा की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। एक वीडियो पर दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने रिप्लाई करते हुए लिखा की अब ब्रिटेन में गृहयुद्ध टालना लगभग असंभव है। इसके पहले अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जे डी वांस भी ब्रिटेन की बिगड़ती हुई डेमोग्राफी के ऊपर तंज कस चुके हैं।

ब्रिटेन इस वक्त 13 सालों के सबसे भयानक दंगों का सामना कर रहा है। दक्षिणपंथी ग्रुप्स के प्रदर्शनों के सामने अब हजारों शरणार्थियों के ग्रुपों ने भी प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है, जिसके बाद इनके आमने-सामने के प्रदर्शन में हिंसा की घटनाओं के बढ़ जाने का खतरा है।