Akhilesh Yadav vs Anurag Thakur: लोकसभा में आज भी बजट पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई। दरअसल, यूपी के कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने आम बजट 2024-25 को नाउम्मीदी भरा बताते हुए कहा कि इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और महंगाई की समस्या से निटपने के लिये कुछ ठोस उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस बजट से किसी वर्ग में कोई खुशी नहीं है। यादव ने कहा, “बजट में पढ़ाई, दवाई, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कोई ठोस योजना दिखाई नहीं दे रही है।”
उन्होंने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश से चुनकर आने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश के लिये क्या किया? उन्होंने कहा कि बजट में राज्य के लिये किसी बड़े शैक्षणिक संस्थान की योजना हो तो उसकी जानकारी दी जाये। सपा प्रमुख ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्र के कोई भी बड़ा संस्थान नहीं बनाया गया और न ही बनाने की घोषणा की गई है। यादव ने पूछा कि क्या हमें आईआईएम या आईआईटी मिला? कौन सा केंद्रीय संस्थान मिला और कहां उसकी स्थापना की गई? अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार ने रायबरेली और गोरखपुर में दो एम्स के लिए जमीन दी, लेकिन क्या वहां लोगों को पर्याप्त इलाज मिल पा रहा है?”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दावा करती है कि निजीकरण होगा, तो नौकरियां बढ़ेंगी, लेकिन हो इसका उलटा हो रहा है। उन्होंने कहा कि निर्यात गिर रहा है, व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। मेक इन इंडिया केवल सपना बनकर रह गया है। देश 10 साल पहले जहां था, वहीं अटका है। अखिलेश ने अग्निवीर योजना का भी जिक्र किया और पूछा कि अगर यह योजना इतनी अच्छी है तो फिर भाजपा अपनी राज्य सरकारों को 10 फीसदी कोटा देने के लिए क्यों कह रही है?
इस पर हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने बीच में उन्हें टोकते हुए कहा कि अग्निवीर योजना में 100 फीसदी रोजगार की गारंटी है। इस पर अखिलेश ने कहा कि कोई भी नौजवान जो सेना में शामिल होने की तैयारी कर रहा है, वह इसे स्वीकार नहीं कर सकता है। जब यह योजना आई, तो प्रमुख उद्योगपतियों को ट्वीट करने के लिए कहा गया कि इससे बेहतर कोई योजना नहीं है और वे उनका चार साल का कार्यकाल समाप्त होने पर उन्हें (अग्निवीरों को) नौकरी पर रखेंगे। यादव ने कहा कि केंद्र सरकार खुद यह स्वीकार कर रही है कि यह योजना सही नहीं है, तभी राज्यों को 10 फीसदी कोटा देने के लिए कह रही है।
इस बीच अनुराग ठाकुर फिर सदन में खड़े हो गए और कुछ कहने लगे। तब यादव ने कहा कि ठीक है मैं बैठ जाता हूं, आप ही कह दीजिए कि योजना ठीक है। इस पर ठाकुर ने कहा, “मैं हिमाचल प्रदेश से आता हूं, जिसने देश को पहला परमवीर चक्र विजेता, दिवंगत मेजर सोमनाथ शर्मा दिया। कारगिल में अधिकांश शहीद हिमाचल से थे। यह नरेंद्र मोदी सरकार है जिसने वन रैंक वन पेंशन की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया है। मैं यह कह रहा हूं, अग्निवीर योजना में 100 प्रतिशत रोजगार की गारंटी है।”
इस पर अखिलेश यादव ने फिर पूछा, “फिर राज्य सरकारों को (अग्निवीरों के लिए) कोटा देने की क्या आवश्यकता है। मैं भी एक मिलिट्री स्कूल का छात्र हूं। हम भी परमवीर चक्र गिना सकते हैं।” इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ठाकुर फिर खड़े हो गए और कहा, “आप तो मिलिट्री स्कूल के छात्र रहे हैं लेकिन मैं अभी भी टेरिटोरियल आर्मी का कैप्टन हूं। अखिलेश जी, हमें ज्ञान मत दीजिए। राहुल गांधी जी के साथ बैठकर बाहें फैलाकर आपको भी झूठ बोलने की आदत पड़ गई है।”
इस पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने अनुराग ठाकुर पर तंज कसा और कहा, “शायद आप इसलिए उत्तेजित हैं क्योंकि आप अब मंत्री नहीं हैं। मैंने आपके चेहरे पर दर्द पढ़ा है।” फिर यादव ने कहा, “यह सरकार चलने वाली नहीं, गिराने वाली सरकार है।”