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दिल्ली के चिड़ियाघर (Delhi Zoo)एक अकेले अफ्रीकी हाथी को चेन से बांध कर रखने का मामला तूल पकड़ रा है। अब World Association of Zoos and Aquariums (WAZA) ने Central Zoo Authority (CZA) और National Zoological Park के निदेशक को इस मामले में एक खत लिखा है। WAZA ने इस खत के जरिए पूछा है दिल्ली के जू में अकेले अफ्रीकी हाथी को महीनों तक शिकंजे में जकड़ कर रखने के मामले में वो स्पष्टीकरण दें। नाम ना बताने की शर्त पर न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में दिल्ली के चिड़ियाघर के एक सूत्र ने कहा कि 29 साल के हाथी को जिम्बाब्वे से लाया गया था। सूत्र ने कहा कि गुस्सैल स्वभाव की वजह से उसे पिछले 9 महीने तक चेन से बाँध कर रखा गया था। इसकी वजह से हाथी को कहीं आने-जाने की इजाजत नहीं थी।
नौ महीने पहले सितंबर 2023 में इस हाथी शंकर ने अपने बाड़े में दीवार के एक हिस्से तो तोड़ दिया था। बताया जाता है कि अत्यधिक गुस्से में आकर शंकर ने ऐसा किया था। बता दें कि जानवरों खासकर हाथी या ऊंटों में अत्यधिक गुस्सैल स्वभाव उनके Testosterone स्तर से जुड़ा रहता है। दिल्ली जू ने फॉरेस्ट और वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट को खत लिख हाथी को बेहोश करने के लिए वेटेनरी चिकित्सक की मांग की थी। यह हाथी एक बार फिर मतवाला हो गया है।
जू के निदेशक संजीत कुमार ने पीटीआई से कहा कि वेटेनरी टीम हाथी की जरुरतों को देख रहा है। एक चिकित्सक ने कहा है कि हाथी के पैर पर एक जख्म है जिसका इलाज किया जा रहा है। दिल्ली जू और CZA को लिखे खत में WAZA ने 12 सवालों पर स्पष्टीकरण मांगा है।
WAZA ने यह भी पूछा है कि क्या आगे भी 24 घंटों के लिए हाथी को चेन से बांध कर ऱखा गया था। यह खत पिछले महीने के अंत में भेजा गया था। इसमें यह भी पूछा गया है कि क्या इस साल मार्च के महीने में हाथी को चेन से बांधा गया था या फिर वो बिना चेन के ही था। ग्लोबल एनिमल केयर ग्रुप ने पिछले 12 महीने के दौरान हाथी को रखे जाने के वीडियो और फोटो मांगे हैं।
इसी साल 16 जून को जू में काम करने वाले एक कर्मचारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा था कि उसपर शंकर ने हमला किया था। इसकी वजह से उनकी जांघ में चोट आी थी। इसके बाद इस जख्म की वजह से उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी थी।