ग्वालियर की बीएसएफ अकादमी से BSF की दो महिला आरक्षक बीते 26 दिनों से रहस्यमय तरीके से लापता हैं। दोनों महिला आरक्षक 6 जून को अपने हॉस्टल में मोबाइल छोड़कर कहीं चली गई थीं, तब से ही दोनों वापस नहीं लौटी हैं। इस मामले में बीएसएफ ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस लापता महिला आरक्षकों की तलाश में जुट गई है। उधर एक आरक्षक की मां ने दूसरी आरक्षक पर अपनी बेटी को किडनैप करने का आरोप लगाया है।
आरक्षक की मां ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी से गुहार लगाई है। मां का आरोप है कि दूसरी महिला आरक्षक अपहरण कर उनकी बेटी को कोलकाता ले गई है। साथ ही उन्होंने वहां उसके साथ अनहोनी होने की आशंका जताते हुए, पुलिस से बेटी को वापस लाने की गुहार लगाई है।
दरअसल ग्वालियर जिले के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी में तैनात बीएसएफ की महिला आरक्षक आकांक्षा निखार और शाहना खातून 6 जून से लापता हैं। बीएसएफ अकादमी की तरफ से बिलौआ थाने में उन दोनों की गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। आकांक्षा मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है जबकि शाहना खातून पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। पुलिस के मुताबिक दोनों महिला आरक्षक अपने मोबाइल बीएसएफ अकादमी के हॉस्टल में ही छोड़कर लापता हुई हैं।
आकांक्षा निखार 2021 सेटेकनपुर बीएसएफ में तैनात है, जबकि पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद की शहाना खातून अंसारी से उसकी पहचान 2023 में हुई। दोनों टेकनपुर बीएसएफ अकादमी में अच्छी दोस्त बन गई थीं। आकांक्षा की मां उर्मिला ने बताया कि इसी साल मार्च में शहाना उनके घर जबलपुर आई, चार दिन रहने के बाद दोनों बंगाल घूमने गई थीं। जहां आकांक्षा अपनी दोस्त शाहना के घर रुकी थी। इसके बाद से उससे संपर्क कम होने लगा। मां ने बताया वहां से आने के बाद आकांक्षा उतने मन से बात नहीं करती थी, जितना पहले करती थी।
इसके बाद 6 जून 2024 की रात ग्वालियर की टेकनपुर बीएसएफ अकादमी से आकांक्षा की मां के पास फोन गया, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या उनकी बेटी घर आई है। तब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी शाहना खातून के साथ कहीं चली गई है। बीएसएफ ने इसकी गुमशुदगी बिलौआ थाने में दर्ज कराई थी।
जानकारी के मुताबिक 7 जून को उन दोनों की लोकेशन बंगाल के हावड़ा में मिली। उसी दिन रात 11:30 बजे मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर रेलवे स्टेशन पर मिली। उसके बाद दोनों ने बहरामपुर में एक ऑटो ड्राइवर को रोककर उसका फोन इस्तेमाल किया। यहां से शाहना खातून अपनी बहन, जीजा और उनके देवर के साथ बेटी आकांशा को लेकर मजलिसपुर गांव, करीमपुर जिला नादिया पश्चिम बंगाल ले गई। उसके बाद से ये लोग लापता हो गए।
इसके बाद 13 जून को उर्मिला अपने बेटे को लेकर मुर्शिदाबाद पहुंची। 14 जून को शाहना के परिवार वालों के पास पहुंचकर अपनी बेटी आकांशा से मिलने की या उसका पता देने की गुजारिश की। लेकिन उन लोगों ने कुछ नहीं बताया।
बीएसएफ की महिला आरक्षक आकांक्षा निखार की मां उर्मिला निखार मंगलवार को जबलपुर से बेटे के साथ ग्वालियर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंची। जहां उन्होंने बंगाल की रहने वाली बीएसएफ महिला आरक्षक शाहना खातून पर अपनी बेटी आकांक्षा का अपहरण कर गायब करने का आरोप लगाया। महिला आरक्षक की मां ने अपनी बेटी के साथ किसी तरह की अनहोनी होने की आशंका जाहिर करते हुए ग्वालियर पुलिस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं पुलिस अधिकारी ने महिला आरक्षक की मां को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
CSP हिना खान ने बताया है कि अभी महिला आरक्षक की मां टेकनपुर से आई थीं, उनका कहना था कि उनकी बेटी एक आरक्षक के साथ कहीं चली गई है। दोनों बीएसएफ में आरक्षक हैं, उनकी शिकायत पर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है, उनकी लोकेशन निकाल कर संबंधित स्थान पर पुलिस टीम भेजी जाएगी।