ऐप पर पढ़ें
Robot Suicide: क्या काम का दबाव सिर्फ इंसानों पर ही होता है? क्या रोबोट भी दिन-रात काम करके परेशान हो सकते हैं? आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा सकते हैं? दक्षिण कोरिया में अधिकारी इसी घटना के बाद सकते में हैं। दुनिया में इस तरह का यह पहला ज्ञात मामला है। यहां नगर निगम के अधिकारी के तौर पर नियुक्त रोबोट दिन में नौ घंटे की ड्यूटी करता था। उसने कथित तौर पर सीढ़ियों से कूदकर अपनी जान दे दी। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
दक्षिण कोरिया की गुमी सिटी काउंसिल ने 26 जून को खुलासा किया कि उसके प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी रोबोट की मौत हो गई है। इस रोबोट का नाम साइबॉर्ग है। इसने सीढ़ियों से साढ़े छह फीट नीचे छलांग लगाकर अपनी जान दे दी है।
फ्रांसीसी आउटलेट एजेंस फ्रांस-प्रेस के अनुसार, रोबोट सिटी काउंसिल में सीनियर नगर निगम अधिकारी के तौर पर काम कर रहा था। नगर परिषद का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं कि रोबोट ने आत्महत्या की है। हालांकि इस बात में संदेह है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया? क्या आत्महत्या की वजह काम का अधिक बोझ था या कुछ और।
अवसादग्रस्त था रोबोट
जानकारी के अनुसार, रोबोट को अगस्त 2023 में नगर परिषद अधिकारी के रूप में चुना गया था और वह सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक अन्य वास्तविक कर्मचारियों की तरह काम कर रहा था। अवसादगस्त रोबोट की “मौत” का पता लगाने के लिए जांच जारी है। सवाल यह है कि साइबॉर्ग ने ऐसा क्यों किया? गुमी सिटी के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही जांच शुरू की जाएगी, जिसमें कथित तौर पर “अवसादग्रस्त” रोबोट की मौत के कारणों की जांच की जाएगी। उसके टुकड़े एकत्र किए गए हैं और कंपनी द्वारा उनका विश्लेषण किया जा रहा है।”
अधिकारी बोले- बेहद मेहनती रोबोट था
इस रोबोट को कैलिफोर्निया स्थित रूट स्टार्टअप बियर रोबोटिक्स द्वारा बनाया गया था। अनोखे ढंग से डिज़ाइन किया गया यह रोबोट अपनी तरह का पहला ऐसा रोबोट था जिसे नगर परिषद अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। एक अधिकारी के अनुसार, इसका काम “दैनिक दस्तावेज वितरण, शहर के प्रचार और सूचना वितरित करना था।” किसी भी अन्य नियमित कर्मचारी की तरह, साइबॉर्ग सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और उसके पास सिविल सेवा अधिकारी का कार्ड भी था। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि रोबोट एक “मेहनती” कर्मचारी था। फ़िलहाल, गुमी सिटी काउंसिल अभी एक रोबोट की आत्महत्या के बाद दूसरे रोबोट अधिकारी को लाने पर विचार नहीं कर रही है।
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया रोबोटिक तकनीक को तेजी से अपनाने वाले देश के रूप में जाना जाता है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स के अनुसार, इस देश में दुनिया में सबसे अधिक रोबोट हैं। हर दस मानव कर्मचारियों पर एक औद्योगिक रोबोट काम कर रहा है।