चंडीगढ़ में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ जिसमें मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री स्तर के सभी प्रमुख नेता एक साथ जुटे। यह सम्मेलन महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आयोजित किया गया है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य विकास के मुद्दों पर विचार करना, संविधान के अमृत महोत्सव और लोकतंत्र की ‘हत्या के प्रयास’ (1975 में लगाए गए आपातकाल के संदर्भ में) की 50वीं वर्षगांठ पर चर्चा करना था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद शुरू हुई इस बैठक में भाजपा के 13 मुख्यमंत्री और 16 उपमुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे नेता शामिल थे।
यह सम्मेलन एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का पिछले कुछ सालों में पहला ऐसा आयोजन है, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी दल अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए रणनीतियों पर चर्चा कर रहे हैं। बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, और अन्य कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। सभी नेताओं ने चुनावी रणनीतियों और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए सहयोग पर जोर दिया।