स्वेज के विकल्प के तौर पर एक नई परियोजना तैयार, प्रोजेक्ट की लागत 17 बिलियन डॉलर

स्वेज के विकल्प के तौर पर एक नई परियोजना तैयार, प्रोजेक्ट की लागत 17 बिलियन डॉलर


बगदाद
इराक एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। यह प्रोजेक्ट यूरोप और पश्चिम एशिया के बीच नया परिवहन लिंक बनाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 17 बिलियन डॉलर है, जिसके तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट को ‘विकास का मार्ग’ (Route of Development) नाम दिया गया है। इस प्रोजेक्ट के मिस्र की स्वेज नहर के रस्ते को टक्कर देने की उम्मीद है। स्वेज नहर का रूट एशिया और यूरोप के बीच बेहद महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग है।

द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नया रूट 745 मील लंबा होगा, जो उत्तरी तुर्की सीमा से दक्षिणी फारस की खाड़ी तक फैला होगा। इसमें सड़कों, रेलवे, बंदरगाहों को शहरों से जोड़ते हुए का एक नेटवर्क बनाया जाएगा। इसका मकसद एशिया और यूरोप के बीच समुद्री यात्रा के समय को कम करना है, ताकि इसे स्वेज नहर रूट के विकल्प के तौर पर दुनिया के सामने लाया जा सके।

इराक को होगा बड़ा फायदा?

यह नया मार्ग ग्रैंड अल फॉ पोर्ट प्रोजेक्ट पर आधारित होगा, जो कि फारस की खाड़ी पर एक बंदरगाह है। यह इराक को अपने निर्यात को दुनियाभर में बेहतर तरीके से वितरित करने में सक्षम बनाता है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा विकासात्मक प्रयास है। इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल सुदानी इस परियोजना को एक टिकाऊ गैर-तेल अर्थव्यवस्था की आधारशिला के रूप में देखते हैं। वह इसे आर्थिक एकीकरण के प्रयास के रूप में देखते हैं। परियोजना का लक्ष्य बसरा और लंदन के बीच निर्बाध राजमार्ग और रेल गलियारा स्थापित करना है।

इराक का कहना है कि रूट ऑफ डेवलपमेंट स्वेज नहर के मुकाबले आर्थिक रूप से अधिक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है। इराकी परिवहन मंत्री का कहना है कि यह मिस्र स्थित स्वेज नहर की तुलना में यात्रा के समय में 12 से 15 दिनों की बचत कर सकता है। इस परियोजना को कई प्रभावशाली देशों का समर्थन मिला है। इसमें यूएई और कतर शामिल हैं। दोनों देशों ने इस संबंध में समझौते पर दस्तखत किए हैं।

इस परियोजना से बहुत उम्मीदे हैं लेकिन इसके सामने कई चुनौतियां भी हैं। इराकी सरकार का कहना है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद वह इस परियोजना को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। यह परियोजना इराक के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इराकी सरकार को उम्मीद है कि यह परियोजना इराक के लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आएगी।