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Cyber Fruad: साइबर ठगी का शिकार होने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुग्राम में एक पूर्व वायुसेना अधिकारी ने इसी तरह 2.65 करोड़ रुपये गंवा दिए। साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता जरूरी है। किसी भी विज्ञापन, लिंक, ऐप या अनजान निवेश सलाहकार पर बिना जांच-पड़ताल के भरोसा न करें। यदि आपको कोई संदेह होता है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें और अपने पैसे और निजी जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
कैसे हुआ पूरा फ्रॉड? जानें पूरा मामला
हरियाणा के गुरुग्राम में एक पूर्व वायुसेना अधिकारी साइबर ठगों के जाल में फंस गए। दिसंबर 2023 में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें स्टॉक मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का दावा किया गया था। जब उन्होंने इस विज्ञापन पर क्लिक किया, तो उन्हें व्हाट्सऐप पर एक लिंक भेजा गया। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद अधिकारी को एक नकली ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
शुरुआत में दिखाया गया मोटा मुनाफा
जब पीड़ित ने ऐप डाउनलोड कर निवेश करना शुरू किया, तो उन्हें शुरुआती दौर में मुनाफा दिखाया गया। इससे उनका भरोसा बढ़ा और उन्होंने अधिक रकम निवेश करनी शुरू कर दी। लेकिन जब उन्होंने अपने निवेश किए गए पैसे वापस निकालने की कोशिश की, तो यह संभव नहीं हो सका।
सिक्योरिटी के नाम पर और पैसे मांगे गए
जब पीड़ित ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने सिक्योरिटी फीस के नाम पर और रकम जमा करने की मांग की। जब उन्हें शक हुआ और उन्होंने जांच-पड़ताल शुरू की, तब तक उनके साथ 2.65 करोड़ रुपये की ठगी हो चुकी थी। उन्होंने तुरंत साइबर पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई।
कैसे बचें ऐसे साइबर फ्रॉड से
आजकल ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आपको अपने वित्तीय डेटा और निवेश से संबंधित मामलों में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। यहां कुछ सावधानियां दी गई हैं-
- सोशल मीडिया के विज्ञापनों पर भरोसा न करें: किसी भी सोशल मीडिया विज्ञापन पर बिना जांच-पड़ताल के क्लिक न करें। खासकर जब वह निवेश और मोटे मुनाफे का लालच दे रहा हो।
- अज्ञात ऐप्स डाउनलोड न करें: किसी भी निवेश से पहले केवल आधिकारिक और प्रमाणित स्रोतों से ऐप डाउनलोड करें। गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर के अलावा अन्य स्रोतों से डाउनलोड न करें।
- फर्जी लिंक और ईमेल से बचें: ठग अक्सर व्हाट्सऐप, ईमेल और एसएमएस के जरिए नकली लिंक भेजते हैं। इन पर क्लिक करने से बचें और भेजने वाले की विश्वसनीयता की जांच करें।
- नकली मुनाफे के झांसे में न आएं: अगर कोई प्लेटफॉर्म शुरुआती निवेश पर अधिक मुनाफा दिखा रहा है, तो यह लालच भरा जाल हो सकता है। पहले गहराई से रिसर्च करें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन का इस्तेमाल करें: अगर आपको ठगी का शिकार होने का अंदेशा हो तो तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करें और 1930 हेल्पलाइन नंबर पर रिपोर्ट करें।
- OTP और बैंकिंग जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म के साथ अपने बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड, OTP और पिन साझा न करें।
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