BJP प्रत्याशी की उम्मीदवारी हो रद्द- चुनाव आयोग पहुंची उमर अब्दुल्ला की पार्टी

BJP प्रत्याशी की उम्मीदवारी हो रद्द- चुनाव आयोग पहुंची उमर अब्दुल्ला की पार्टी


जम्मू कश्मीर में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही एक प्रत्याशी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की गई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस(NC) ने चुनाव आयोग के समक्ष एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है जिसमें कथित तौर पर सांप्रदायिक भाषण के लिए बीजेपी के डोडा ईस्ट उम्मीदवार गजय सिंह राणा को तत्काल अयोग्य ठहराने की मांग की गई है। राणा द्वारा कथित तौर पर दिए गए सांप्रदायिक भाषण वाले 39 सेकंड का वीडियो क्लिप जम्मू-कश्मीर में वायरल है। वीडियो में राणा एक रैली में भाषण दे रहे थे जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि डोडा जिले में चपनारी, कामलारी, बरशल्ला या सरथल में हुए हमलों में हिंदू निशाने पर थे और मुस्लिम अपराधी थे। उन्हें लोगों से ऐसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहते हुए भी सुना जा सकता है।

चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत में एनसी ने राणा को तत्काल अयोग्य ठहराने और कानून की एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। NC की शिकायत में कहा गया है, “डोडा ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार गजय सिंह राणा ने अपने चुनाव अभियान के दौरान भड़काऊ और सांप्रदायिक बयान दिए हैं जिसके लिए तत्काल कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि क्षेत्र में पिछली और हाल की हिंसक घटनाएं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं थीं बल्कि मुस्लिम समुदाय द्वारा हिंदू समुदाय पर सीधा हमला था। उन्होंने आगे कहा कि यह भारत और आतंकवादियों के बीच युद्ध नहीं है बल्कि हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच युद्ध है। ये बयान न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है बल्कि सांप्रदायिक घृणा और अशांति को भड़का रहा है। इस तरह की बयानबाजी बेहद पहले से ही संवेदनशील क्षेत्र में शांति को भंग कर सकता है।”

वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है- BJP

इस बीच गजय सिंह राणा ने कहा है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा, “वीडियो 19 जून 2024 का है, जब मैंने चपनारी नरसंहार के शहीदों की सालगिरह पर अपना भाषण दिया था। एनसी ने अपने एजेंडे के तहत वीडियो से मेरे भाषण का एक चुनिंदा हिस्सा उठाया है। हमारे पास पूरा वीडियो है।” उन्होंने आगे कहा, “19 जून 1998 को आतंकवादियों ने चपनारी में दो बारातों पर हमला किया था। बंदूक की नोक पर बारातियों को वाहनों से उतरने के लिए कहा गया और उनसे उनके नाम पूछे गए। मुसलमानों को छोड़ दिया गया, 28 हिंदुओं को गोली मार दी गई।” उन्होंने कहा कि एनसी हार के डर से ऐसी रणनीति का सहारा ले रही है। इस बीच बीजेपी की स्थानीय इकाई के प्रमुख रविंदर रैना ने कहा, “यह एक फर्जी, मनगढ़ंत और पुराना वीडियो है।”

डोडा ईस्ट में पहले चरण में 18 सितंबर को होना है मतदान

सरथल हत्याकांड 14 अगस्त 1993 को हुआ था जिसमें 17 लोगों की जान चली गई। आतंकवादियों ने एक स्थानीय बस को हाईजैक कर लिया था। वहीं आतंकवादियों ने 5 जनवरी 1996 को बरशल्ला में 16 लोगों और 1990 के दशक में कामलारी में आठ लोगों की हत्या की थी। राणा सनातन धर्म सभा, डोडा के अध्यक्ष हैं। डोडा ईस्ट विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन की तिथि मंगलवार को खत्म हो गई। इस निर्वाचन क्षेत्र में पहले चरण में 18 सितंबर को मतदान होना है।